AMBIKAPUR. छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल की उपसचिव सौम्या चौरसिया की गिरफ्तारी के बाद लगातार कांग्रेस और बीजेपी नेताओं के बीच जुबानी जंग जारी है। इस बीच, इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का बड़ा बयान सामने आया है। टीएस सिंहदेव ने अंबिकापुर में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए ईडी की कार्रवाई पर सवाल जरूर उठाया है, लेकिन उनका बयान बहुत सधा हुआ है। मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए मंत्री टीएस सिंहदेव ने कहा कि जो चीजें जानकारी में नहीं रहती हैं उस आधार पर व्यक्ति कहता है कि भ्रष्टाचार नहीं है। अगर जानकारी में बात आ रही है और जांच में साबित होता है तो निश्चित रूप से कार्रवाई होगी और होनी भी चाहिए। लेकिन ईडी की कार्रवाई को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने इस बात को लेकर सवाल उठाए हैं कि आखिर ईडी विपक्ष के नेताओं या उनसे जुड़े हुए लोगों के खिलाफ ही कार्रवाई क्यों कर रही है।
ईडी की कार्रवाई पर उठाए सवाल
यही नहीं, टीएस सिंहदेव ने बीजेपी और उनसे जुड़े हुए लोगों पर कार्रवाई नहीं किए जाने को लेकर भी ईडी पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि बीजेपी नेताओं से जुड़े हुए लोगों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप नहीं है। लेकिन उनके खिलाफ ईडी कोई कार्रवाई नहीं करती। सिंहदेव ने कहा कि ईडी और आईटी जैसे स्वस्थ स्वतंत्र संस्थाओं का किस तरह से उपयोग किया जा रहा है। यह अब साफ हो गया है, क्योंकि राजनीतिक फेरबदल के लिए भी इसका इस्तेमाल किया जा रहा है और कई बार इसमें सफलता भी मिली है।
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ईडी को स्वतंत्र रूप से करना चाहिए काम
ईडी की कार्रवाई को लेकर प्रश्नचिन्ह खड़ा करते हुए टीएस सिंहदेव ने कहा कि इन संस्थाओं को स्वतंत्र रूप से काम करना चाहिए। सौम्या चौरसिया की गिरफ्तारी और रिमांड पर लिए जाने को लेकर टीएस सिंहदेव ने कहा कि कोई गलती हुई है तो कार्रवाई होनी चाहिए लेकिन ईडी का द्वेष पूर्ण उपयोग गलत है। बता दें कि बीते दिन प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल के कार्यालय में पदस्थ उप सचिव सौम्या चौरसिया को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया। चौरसिया को राज्य में हुए कथित कोयला परिवहन घोटाले में कथित भूमिका को लेकर गिरफ्तार किया गया। सीएम भूपेश बघेल ने ईडी की कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताया है।
बीजेपी ने कांग्रेस पर साधा निशाना
दूसरी ओर, मुख्य विपक्षी दल बीजेपी ने इसको लेकर बघेल सरकार को लपेटे में लिया है। बीते 2 दिनों में शीर्ष महिलाअधिकारियों के खिलाफ ईडी की यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है। गुरुवार को ही ईडी ने झारखंड कैडर की आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल की 80 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति अटैच कर दी थी।